My Humming Word

Pining

  1. Poem
Today this was my fatherAnd patriarch of the familyTomorrow this will be meOthers will follow one by oneThe ultimate reality and fateOf deceptive & elusive world:Here every visible thing is Cyclic, transient and mortal… Many people are so oftenHubristic and narcissisticAbout material possessionsAnd outward appearancesWhen this body is perishable;If anything is tenable and trueThis is […]
  1. Poem
यही है अंतिम सत्य इस भौतिक जीवन कामिट्टी से निकल करमिट्टी में समाहित हो जाना आज मेरे पिता थे कल मैं होऊंगाउसके बाद होगे तुम फिर बाकी सब भी होंगे शरीर नाशवान है यह संसार मिथ्या है परमात्मा का अंशबस आत्मा अजर अमर है  19,368 total views

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प्रतिवर्ष दशानन दहन किया, मन के रावण का नाश नहीं,अगनित सीता अपहृत होती, निज मर्यादा का भास नहीं।हम एक जलाते दशकंधर, शत दशकंधर पैदा होते,करते जो दहन मन का रावण, हर गली में रावण न होते। इस शक्ति पर्व का हेतु है क्या, है ब्यर्थ दिखावे की शक्ती,निर्बल को संबल दे न सके, अन्याय से […]

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