My Humming Word

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  1. Poem
Editor’s Choice शिशिर ॠतु की आबोहवा, एक और ठंडी भिनसारगुनगुनी एवं आभामयी रविप्रभा का चहुंओर विस्तारसरसब्ज लाॅन में पसंदीदा आरामकुर्सी में सिमटकरउसके दिवास्वप्नों में खोया हुआ, खुद से बेखबर मैंविगत वर्षों के गुजरे पल, व तमाम खट्टी-मीठी यादें कभी हर्षोल्लास, तो कभी व्यग्रता व विषाद के पल स्वप्निल जीवनी, मानो उसी से शुरू उसी पर खतम। आँखे […]
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हाँ, अब सचमुच ही इच्छा रहितमायावी लालसाओं और तृष्णा शून्यभौतिक जीवन के बच रहे शेष दिनमैं न तो कभी गिनता हूँ न ही सोचता हूँ। इस लम्बी, जटिल जीवन यात्रा में बहुत जल्दी हुआ था यह अहसास कितनी भी चतुराई और सावधानी बरतूंकितना भी यथार्थवादी और परिशुद्घ हो लूंप्रारब्ध या नियति की खुद की अपनी रचनाहमसे रही […]
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देने के पहले हर विषय पर, बढ़ चढ़ कर सुझाव,अपने भीतर जा ह्रदय में, बुराईयों की आग बुझाय! अफीम, बालविवाह, मृत्युभोज, जिया में हर पल लहराय,ऐसे शून्य घट में भला कौनसी, चेतना जगेगी मुझे समझाय। बिन त्यागे रोग अफीम, डोडा,  मृत्युभोज और बालविवाह,तेरा हावभाव और भाषण करता, उजागर सिर्फ  ख्याली पुलाव। कितने लोगों की भूख […]
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Editor’s Choice ‘Enjoy’ is the familiar buzzwordFashionable and popular these days When I solemnly look aroundA host of my friends and relativesAs also many folks known – unknownEveryone seems running to enjoy lifeAnd merry-making their own ways…In restaurant, theatre, sports, picnic spots,Or copious visits to inland and exotic localeAnd narrating story for others to “enjoy”. […]
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मंत्री फिरे बावला लियों, हर दिन गाड़ी बत्ती लाल,कानून बिगड़ हुआ, हुआ घणा बेजा हाल। रिश्वतखोरी नियम बन गई, चरे नेताजी चोखा माल,जवा ज्यों मिनखों ने चूसे, डौडी टोपी डौडी चाल। राज मेहकमो में घुस गिया, सब के सब भाई दलाल,रिश्वतखोरी सूं, जनता ने करे, बाबु-अफ़सर रोज़ हलाल,। ऐ तो कोई नेता नहीं भाई, सब […]
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A prominent yet frustrated memberOf the oldest political party in IndiaThat also incidentally carries the legacyOf playing crucial act in freedom struggleSets a new paradigm so scaling new lowsin dirty politics… When he so vehemently as also brazenlyDeclared arrogantly from the public forumCalling the Indian electorate as Rakshasas… You are all Rakshasas (demons); those whovote […]

Good Reads

सुख-चैन की परवाह किये बिनाएक लम्बा जीवन खपा दिया मैनेंकुछ रिश्तों को निबाहते रहने मेंबनाए रखकर, सजाने-संवारने में. कभी-कभी तो मुझे ऐसा भी लगा हैमानों एक लम्बी और काली सुरंग हैबिना रुके अनवरत दौड़ता रहा हूँ मैंजीवन की इस अंधी व निर्मम दौड़ में. किंतु आज जब मुड़कर देखता हूँतो मात्र एक अहसास भर होता […]
After overthrowing the democratically elected Sheikh Hasina Government of the Awami League on 5 August 2024 by forcing her to resign and take shelter in the neighbouring India, the Bangladesh is once again undergone a critical phase of turmoil and anarchy caused by the radical Islamists and students ideologically close to the Bangladesh National Party […]
Fascinating roses of fragrance and huesRed, yellow, orange, green, and whiteScarlet, crimson, vermilion, and purplePeach, lavender, ivory, salmon, and blueAre found everywhere; attract and distractAs viewers’ envy and connoisseur’s muse. But, the Halfeti in south-eastern Turkey isOnly site where black roses naturally growNick-named “Karagul” in Turkish languageHave sweet aroma and color dark red-wineThat turns to […]

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सुख-चैन की परवाह किये बिनाएक लम्बा जीवन खपा दिया मैनेंकुछ रिश्तों को निबाहते रहने मेंबनाए रखकर, सजाने-संवारने में. कभी-कभी तो मुझे ऐसा भी लगा हैमानों एक लम्बी और काली सुरंग हैबिना रुके अनवरत दौड़ता रहा हूँ मैंजीवन की इस अंधी व निर्मम दौड़ में. किंतु आज जब मुड़कर देखता हूँतो मात्र एक अहसास भर होता […]
After overthrowing the democratically elected Sheikh Hasina Government of the Awami League on 5 August 2024 by forcing her to resign and take shelter in the neighbouring India, the Bangladesh is once again undergone a critical phase of turmoil and anarchy caused by the radical Islamists and students ideologically close to the Bangladesh National Party […]

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Pilgrimage-I Nearly all communities and religions in the world attach significance to places which have some connection with any worldly or supernatural act(s) or event(s) of the divine (God) or His messenger(s); the birth, enlightenment or death of founder and saints; sites of the spiritual calling or awakening; supposedly a dwelling or living place of […]
सूख चुके हैं प्रेमपात्र सब, मदिरा की गागर दे दो भूल चुका हूँ कौन कौन है, विस्मृति का आश्रय दे दो. ईश्वर सबकुछ भूल गया है, कृष्ण नही अब रथ पर हैंसत्य-प्रेम की राहों पर हम, फिर भी काँटे पथ पर हैं. जीवन बंधा-बंधा सा क्यों है, हाहाकार मचा यह क्यों है मानव संबंधों के तलतम  में, यह भूकंपी […]
समय चुप है अपनी निष्ठुरता लिए बदल रहा है निरंतर. तुम समय हो मेरे समय जिसने प्यार दिया अनंत डुबोकर किया एकाकार खुशियों से अमृत सुख की स्मृतियों से साँस साँस में चलती अनवरत सामीप्य की अव्यक्त अनुभूतियों से.     समय मेरा दूर असंबद्ध सा अबदर्शक सा बन बदल रहा है     सहारे तन के मन के     तुझसे जो बंधे थे अडिग अटूट  […]

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