My Humming Word

  1. Poem

वह रिश्ता

वह रिश्ता त्याग देना बेहतर है
जहाँ प्यार का अहसास न हो
फिर यह चाहे आपकी बात हो
या जिससे आपको अपेक्षा हो

वह रिश्ता त्याग देना बेहतर है
आपसी सुख-दुख की बात हो
अथवा अंतरंगता का सवाल हो
जहाँ इनकी अहमियत ही न हो.

वह रिश्ता त्याग देना बेहतर है
जिसमें स्वार्थ का बोलबाला हो
व्यक्ति जो बस आत्मकेंद्रित हो
जहाँ केवल खुद की परवाह हो.

वह रिश्ता त्याग देना बेहतर है
जिसमें बार-बार कड़वाहट हो
उलझनों से सामना अधिक हो
खटास ज्यादा मिठास कम हो.

 91 total views,  44 views today

Do you like Dr. Jaipal Singh's articles? Follow on social!
Comments to: वह रिश्ता

Login

You cannot copy content of this page