My Humming Word

Year: 2020

  1. Poem
During his lifetimeIn a conflict betweenThe heart and brainHe always voted for brainToday he is an accomplished manWith all worldly possessionsSocial status and recognitionYet he feels lonely and alone. During his lifetimeIn a conflict betweenThe brain and heartHe always listened to heartConsequently on material frontHe is neither famous nor richYet he feels fulfilledHappy, contented and […]

Good Reads

सुख-चैन की परवाह किये बिनाएक लम्बा जीवन खपा दिया मैनेंकुछ रिश्तों को निबाहते रहने मेंबनाए रखकर, सजाने-संवारने में. कभी-कभी तो मुझे ऐसा भी लगा हैमानों एक लम्बी और काली सुरंग हैबिना रुके अनवरत दौड़ता रहा हूँ मैंजीवन की इस अंधी व निर्मम दौड़ में. किंतु आज जब मुड़कर देखता हूँतो मात्र एक अहसास भर होता […]
After overthrowing the democratically elected Sheikh Hasina Government of the Awami League on 5 August 2024 by forcing her to resign and take shelter in the neighbouring India, the Bangladesh is once again undergone a critical phase of turmoil and anarchy caused by the radical Islamists and students ideologically close to the Bangladesh National Party […]
Fascinating roses of fragrance and huesRed, yellow, orange, green, and whiteScarlet, crimson, vermilion, and purplePeach, lavender, ivory, salmon, and blueAre found everywhere; attract and distractAs viewers’ envy and connoisseur’s muse. But, the Halfeti in south-eastern Turkey isOnly site where black roses naturally growNick-named “Karagul” in Turkish languageHave sweet aroma and color dark red-wineThat turns to […]

Worlwide

सुख-चैन की परवाह किये बिनाएक लम्बा जीवन खपा दिया मैनेंकुछ रिश्तों को निबाहते रहने मेंबनाए रखकर, सजाने-संवारने में. कभी-कभी तो मुझे ऐसा भी लगा हैमानों एक लम्बी और काली सुरंग हैबिना रुके अनवरत दौड़ता रहा हूँ मैंजीवन की इस अंधी व निर्मम दौड़ में. किंतु आज जब मुड़कर देखता हूँतो मात्र एक अहसास भर होता […]
After overthrowing the democratically elected Sheikh Hasina Government of the Awami League on 5 August 2024 by forcing her to resign and take shelter in the neighbouring India, the Bangladesh is once again undergone a critical phase of turmoil and anarchy caused by the radical Islamists and students ideologically close to the Bangladesh National Party […]

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सूख चुके हैं प्रेमपात्र सब, मदिरा की गागर दे दो भूल चुका हूँ कौन कौन है, विस्मृति का आश्रय दे दो. ईश्वर सबकुछ भूल गया है, कृष्ण नही अब रथ पर हैंसत्य-प्रेम की राहों पर हम, फिर भी काँटे पथ पर हैं. जीवन बंधा-बंधा सा क्यों है, हाहाकार मचा यह क्यों है मानव संबंधों के तलतम  में, यह भूकंपी […]
लाख समझाने पर भी नहीं समझता आईना मेरा अंदर की टूटती नसें भी उकेर दीं बनाकर उसने दरकती लकीरें वो जो बैठे हैं गहरे दिल में मेरे आईना मेरा उन्हें भी हूबहू दिखाता है. कैसे छिपाऊँ दर्दे-दिल को सामने जब बैरी-मितवा हो ऐसा चुप हूँ मैं, चुप हैं वो, मंजर है खामोशी का यह कैसा. दिल की जिद है रग-रग में […]

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