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यह हैं एक इतनी सुंदर सारवान अच्छी कृति,
जो समझ आ जाए तो बदल दे सारी प्रवृत्ति।।
सत्तचित आनंद सिवाय नहीं बचे कोई स्मृति।
और मिट जाए पल में पार्थिव जग से सृति।।
Note: हिन्दू सनातन संस्कृति के प्राचीनतम ग्रंथ 4 वेद और 10 प्रमुख उपनिषद भौतिक और आध्यात्मिक ज्ञान का भंडार हैं। जो व्यक्ति एक बार इनमें निहित ज्ञान आत्मसात कर अपने जीवन में कार्यान्वित कर लेता है वह सारे सांसारिक दुखों से मुक्त हो जाता है।
सृति= आवागमन।
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