मुझे तो है लगती, आपकी नाद बक़ा,
सिने बूढ़े फ़नकारों की तो है एक फ़ना,
मेरे लिए आपको कोई कॉपी करना,
है वाकई एक काम चबाना लोहे चना।
लेकिन, श्रीमन, यह है आदत एक बुरी,
कि आप हर बात करते हैं मना मेरी,
मुझे सिर्फ़ इतना बताओ कृपया, श्रीमन,
कॉपी कोशिश करने में भी है कितने जन?
जबकि आपकी आवाज़ में जादू है,
सुर ताल लय की विरली सच्ची वंदना,
आपके सब हर्फ़ों और अल्फ़ाज़ में,
हैं सीधी-सादी सजीव, सर्वोच्च स्पंदना।
जो स्वर साहित्य से, है कोई बेगाना,
ऐसा अभागा ही, रहे ऐसे में अनमना,
जो दस्त स्वेद से, धुले सजे मंजे हैं,
उन पर सिर्फ़ बोझ है, हर कनक कंगना।
जो नित्य नहाए, स्वाध्याय घट पसीने से,
उसके लिए गंगा स्नान, पंडों की प्रवंचना,
सुना देखा कोई ख़ल्क़ में, दिल से बड़ा दैर?
और निर्वचन से सच्ची कौनसी है आराधना?
तो अब इसके साथ आज, पूर्ण हुई प्रार्थना,
तमाम हुई सब भोग और विलास वासना।
Glossary
बक़ा = अमर, immortal
सिने = फिल्म संबंधी, of silver screen
फ़नकार= कलाकार, artist
फ़ना = नाशवान, नश्वर, mortal.
हर्फ़ों = अक्षर, letter
अल्फ़ाज़ = शब्द, words
स्पंदना = प्रेरणा, inspiration
बेगाना = अनजाना, unknown
दस्त = हाथ, hand
स्वेद = पसीना, perspiration
कनक = सोना, gold
कंगना = हाथ का गहना, bracelet
अभागा = भाग्यहीन, hapless, unlucky
प्रवंचना = धोखा, trickery
ख़ल्क़= मुल्क, जगत, world।
दैर = मंदिर, place for worship
निर्वचन= मौन, चुपी।
आराधना= worship, भक्ति, पूजा।
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