सभी भारतीयों के लिए हो शाश्वत गणतंत्र।
आज़ादी और भारतीयता की मंगल कामना।।
एक ही मोक्ष मार्ग दिखता, भगतसिंह सी अमरता।
वसुधैव कुटुंबकम् भाव, रग रग में रहे झलकता।।
धर्म कर्म चर्म से परे रहे, समरसता पर अटलता।
वचन पर ही मरता जीता, ध्रुव पलटे तो पलटता।।
रग रग में है खूँ खौलता, तमाम करेंगे सब निकृष्टता।
रहे नवाचार निर्बाध सदा, परिलक्षित हो उत्कृष्टता ।।
कर्म वचन सामंजस्य सदा, तन मन में समाये अथकता।
रहे बुलंद सदा आज़ादी , जयघोष अनवरत गरजता।।
रखे विलिक्षित उदारता, छुपी शांत आक्रामकता।
उदारता की शीतलता में शौर्य पराक्रम धधकता ।।
एक बर्फ भी है उफनता, अकथ्य कथा हिंद सभ्यता।
विरला है वो पुरातत्ववेता, जिसमें है यह मर्मज्ञयता।।
सब में मानवनिष्ठा भरी हो, अनसुनी हो अकर्मण्यता।
हम उस भारत के वासी है, जहां है ऐसी भारतीयता।।
26 जनवरी के जश्न में पागल, हाड़ मेरा चर्म फांदता ।
भारत मां का श्वास प्रश्वास, प्राणायाम जग बांधता ।।
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Key to Difficult Words:
मोक्ष = salvation; भगत सिंह = भारत का शहीद ए आज़म; वसुधैव कुटुंबकम् = whole earth as a family; रग रग = every vein; झलकता = reflected; धर्म कर्म चर्म से परे = beyond religion, action, colour, etc.; समरसता = harmony; अटलता = steadfastness; ध्रुव = north star; पलटता = changes; ख़ूं = blood; तमाम करना = wipe out; निकृष्टता = mean mindedness; नवाचार = innovations; निर्बाध = unhindered; परिलक्षित = reflected; उत्कृष्टता = excellence; वचन = words; सामंजस्य = concordance; अथकता = Tirelessness; बुलंद = lofty; अनवरत = relentlessly; विलिक्षित = extraordinary; आक्रामकता = aggressiveness; धधकता = blaze; उफनता = overflows; अकथ्य कथा = indescribable saga; पुरातत्ववेता = archeologist; मर्मज्ञयता = expertise; मानवनिष्ठा = loyalty; अकर्मण्यता = indolence; हाड़ = हड्डियां; चर्म = skin; फांदता = jumps out; श्वास प्रश्वास = inhalation and exhalation; प्राणायाम = rhythmic breath.
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