My Humming Word

Poem

  1. Poem
Editor’s Choice जब भी बढा़ओ हाथ तो चुभते हैं सिर्फ़ कांटे रिश्तों के गुलमोहर पर उगती हैं नागफनियां। हम चाहें भी तो उनसे मिलना है बहुत मुश्किल अपनो के इस शहर में कितनी हैं तंग गलियां।  हालत की आंधी मे जज्बात उड़ गये पर सोई हैं दिल में अब भी बचपन की भोली परियां। कटती नहीं हैं फिर भी उम्मीद […]
  1. Poem
LifelongPeople chase temporal  objectsOf money and other physical goodsFor own hedonistic & sensual pleasureWith an endless quest and cravingNurturing this false notion and beliefThat they are real source of happiness… Alas! How unreal and mistaken they areB’coz true happiness never comes withMaterial possessions and sensory pleasuresIt’s a virtue – contentment, the SantoshaThat carries true and lasting […]
  1. Poem
An immutable universal truth –Eternal darkness pervades cosmossymbolizing not only physical gloombut also utter ignorance and chaos. Only few know the cosmic secret: It’s omniscient, omnipotentand omnipresent Supreme Truth*An eternal source of light & energyso also the wisdom and knowledge. Hence where the light is absentThe pervaded darkness reappearsWhere knowledge is compromisedThe ignorance and chaos […]
  1. Poem
यह हैं एक इतनी सुंदर सारवान अच्छी कृति,जो समझ आ जाए तो बदल दे सारी प्रवृत्ति।।सत्तचित आनंद सिवाय नहीं बचे कोई स्मृति।और मिट जाए पल में पार्थिव जग से सृति।। Note: हिन्दू सनातन संस्कृति के प्राचीनतम ग्रंथ 4 वेद और 10 प्रमुख उपनिषद भौतिक और आध्यात्मिक ज्ञान का भंडार हैं। जो व्यक्ति एक बार इनमें […]
  1. Poem
They argue for a plantation driveInstead, even if they simply stopMindless cutting and destructionNature will grow forests and treesof its own… They argue controlling indiscriminatePollution in the land, water and airIf they just stop polluting environmentNature will suo moto recoup and refreshof its own… They argue for the several dying riversThe effluent & sewage treatment […]
  1. Poem
मुझे तो है लगती, आपकी नाद बक़ा,सिने बूढ़े फ़नकारों की तो है एक फ़ना,मेरे लिए आपको कोई कॉपी करना,है वाकई एक काम चबाना लोहे चना। लेकिन, श्रीमन, यह है आदत एक बुरी,कि आप हर बात करते हैं मना मेरी,मुझे सिर्फ़ इतना बताओ कृपया, श्रीमन,कॉपी कोशिश करने में भी है कितने जन? जबकि आपकी आवाज़ में […]

Good Reads

सुख-चैन की परवाह किये बिनाएक लम्बा जीवन खपा दिया मैनेंकुछ रिश्तों को निबाहते रहने मेंबनाए रखकर, सजाने-संवारने में. कभी-कभी तो मुझे ऐसा भी लगा हैमानों एक लम्बी और काली सुरंग हैबिना रुके अनवरत दौड़ता रहा हूँ मैंजीवन की इस अंधी व निर्मम दौड़ में. किंतु आज जब मुड़कर देखता हूँतो मात्र एक अहसास भर होता […]
After overthrowing the democratically elected Sheikh Hasina Government of the Awami League on 5 August 2024 by forcing her to resign and take shelter in the neighbouring India, the Bangladesh is once again undergone a critical phase of turmoil and anarchy caused by the radical Islamists and students ideologically close to the Bangladesh National Party […]
Fascinating roses of fragrance and huesRed, yellow, orange, green, and whiteScarlet, crimson, vermilion, and purplePeach, lavender, ivory, salmon, and blueAre found everywhere; attract and distractAs viewers’ envy and connoisseur’s muse. But, the Halfeti in south-eastern Turkey isOnly site where black roses naturally growNick-named “Karagul” in Turkish languageHave sweet aroma and color dark red-wineThat turns to […]

Worlwide

सुख-चैन की परवाह किये बिनाएक लम्बा जीवन खपा दिया मैनेंकुछ रिश्तों को निबाहते रहने मेंबनाए रखकर, सजाने-संवारने में. कभी-कभी तो मुझे ऐसा भी लगा हैमानों एक लम्बी और काली सुरंग हैबिना रुके अनवरत दौड़ता रहा हूँ मैंजीवन की इस अंधी व निर्मम दौड़ में. किंतु आज जब मुड़कर देखता हूँतो मात्र एक अहसास भर होता […]
After overthrowing the democratically elected Sheikh Hasina Government of the Awami League on 5 August 2024 by forcing her to resign and take shelter in the neighbouring India, the Bangladesh is once again undergone a critical phase of turmoil and anarchy caused by the radical Islamists and students ideologically close to the Bangladesh National Party […]

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प्रतिवर्ष दशानन दहन किया, मन के रावण का नाश नहीं,अगनित सीता अपहृत होती, निज मर्यादा का भास नहीं।हम एक जलाते दशकंधर, शत दशकंधर पैदा होते,करते जो दहन मन का रावण, हर गली में रावण न होते। इस शक्ति पर्व का हेतु है क्या, है ब्यर्थ दिखावे की शक्ती,निर्बल को संबल दे न सके, अन्याय से […]

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